मां भागीरथी गंगा में गोते लगाने से मनुष्य के पाप-छीन होते हैं:महंत प्रहलाद दास

हरिद्वार । भूपतवाला स्थित पीपल वाली गली रानी गली में श्री गुरु कृपा कुटीर में भक्तजनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए आश्रम के श्री महंत प्रहलाद दास जी महाराज ने कहा इस पृथ्वी लोक पर ज्ञान की गंगा से बड़ी और पावन वास्तविकता कुछ और नहीं मां भागीरथी गंगा में गोते लगाने से मनुष्य के पाप-छीन होते हैं उसका तन मन पवन होता है किंतु गुरु चरणों से होकर बहने वाली ज्ञान की गंगा में जो भक्त गोते लगा लेते हैं उनका लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं ज्ञान से बड़ा कुछ नहीं जिसमें बुद्धि और ज्ञान का विकास नहीं होता उसका जीवन अंधकार मय होता है इस पृथ्वी लोक पर ज्ञान की गंगा के रूप में पूज्य गुरुदेव साधु संत ऋषि मुनि विद्यमान है उनके श्रीमुख से निकलने वाला ज्ञान अगर उनके श्री चरणों में बैठकर सुना जाए तो मनुष्य इस नासवान शरीर सहित पवन हो जाता है उसकी ख्याति और बुद्धि की चर्चा संपूर्ण विश्व में होने लगती है मनुष्य की बुद्धि का विकास कर गुरु के विचार और विचारों की पावनता मनुष्य की बुद्धि का विकास कर उसे मिट्टी से सोने के रूप में तब्दील कर देती है कहने का तात्पर्य यह है कि उसे एक आम व्यक्ति से एक प्रखर बुद्धिमान व्यक्तित्व के रूप में परिवर्तित कर देती है गुरु चरणों की रज मनुष्य के भाग्य का उद्धार कर देती है गुरुद्वारा दिया गया ज्ञान और गुरुदेव के श्री मुख से निकले वचन मनुष्य का भाग्य बदलने में सहायक होते हैं इस पृथ्वी लोक पर पूज्य गुरुदेव साक्षात ईश्वर के प्रतिनिधि के रूप में विद्यमान है जो हमें ज्ञान ध्यान के माध्यम से हमारे कल्याण की ओर ले जाते हैं इस अवसर पर परम पूज्य महामंडलेश्वर श्री दुर्गा दास जी महाराज महंत परमेश्वर दास जी महाराज कोतवाल कमल मुनि महाराज सहित बहुत से संत महापुरुष उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *